जूता चुराई में कम नेग मिला, दूल्हे को कहा 'भिखारी', फिर कर दी पिटाई
सारांश
बिजनौर के नजीबाबाद क्षेत्र में एक शादी समारोह के दौरान 'जूता छुपाई' की रस्म विवाद की वजह बन गई। आमतौर पर यह रस्म नोकझोंक और मस्ती के लिए जानी जाती है, लेकिन इस बार मामला इतना बढ़ गया कि दूल्हे को दुल्हन के घरवालों ने कमरे में बंद कर लाठी-डंडों से पी
बिजनौर के नजीबाबाद क्षेत्र में एक शादी समारोह के दौरान 'जूता छुपाई' की रस्म विवाद की वजह बन गई। आमतौर पर यह रस्म नोकझोंक और मस्ती के लिए जानी जाती है, लेकिन इस बार मामला इतना बढ़ गया कि दूल्हे को दुल्हन के घरवालों ने कमरे में बंद कर लाठी-डंडों से पीट दिया।
क्या था पूरा मामला?
उत्तराखंड के चकरौता निवासी निसार अहमद के बेटे मोहम्मद साबिर की शादी बिजनौर निवासी खुर्शीद की बेटी से तय हुई थी। 5 अप्रैल को बारात धूमधाम से पहुंची और रस्में शुरू हुईं। जब जूता छुपाई की रस्म आई तो दूल्हे की साली ने जूता छिपा लिया और बदले में 50 हज़ार रुपये की मांग की।
दूल्हे को कहा गया ‘भिखारी’, फिर बढ़ा विवाद
दूल्हा साबिर सिर्फ 5 हज़ार रुपये देने को राज़ी हुआ। जब उसने पैसे दिए और जूते पहन लिए, तभी दुल्हन पक्ष की एक महिला ने कथित तौर पर उसे 'भिखारी' कह दिया। यह सुनकर दोनों पक्षों में बहस शुरू हो गई, जो जल्द ही हिंसक झड़प में बदल गई।
कमरे में बंद करके की गई पिटाई
दूल्हे के परिवार का आरोप है कि उन्हें एक कमरे में बंद कर लाठी-डंडों से मारा गया। वहीं, दुल्हन पक्ष का कहना है कि विवाद तब बढ़ा जब दूल्हे वालों ने दिए गए गहनों की गुणवत्ता पर सवाल उठाया और 'गिफ्ट' को लेकर अभद्र भाषा का प्रयोग किया।
पुलिस की एंट्री और थाने तक मामला
झगड़े की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मामला शांत कराया। बाद में दोनों पक्ष नजीबाबाद थाने पहुंचे और आपसी समझौते के बाद अलग हो गए। पुलिस ने बताया कि इस विवाद में कोई आधिकारिक शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है।
शादी टूट गई, बिना दुल्हन के लौटी बारात
स्थानीय रिपोर्ट्स के अनुसार, विवाद के बाद दूल्हे ने दुल्हन को तलाक़ दे दिया और पूरी बारात बिना दुल्हन के वापस लौट गई। ये घटना अब सोशल मीडिया पर भी चर्चा का विषय बन चुकी है।
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