संघर्ष कभी बेकार नहीं जाता… सहरसा के विवेक दीप ने UPSC में चूक के बाद BPSC में DSP बनकर साबित कर दिया
सारांश
सहरसा के विवेक दीप का सपना बचपन से ही IPS बनने का था। पढ़ाई पूरी करने के बाद जब वह दिल्ली पहुंचे, तो पिता ने सिर्फ इतना कहा — ‘नाम रोशन करके लौटना।’ दिल्ली के राजेंद्र नगर और मुखर्जी नगर की गलियों में रहकर उन्होंने UPSC की कड़ी तैयारी की। तीन बार प्र
सहरसा के विवेक दीप का सपना बचपन से ही IPS बनने का था। पढ़ाई पूरी करने के बाद जब वह दिल्ली पहुंचे, तो पिता ने सिर्फ इतना कहा — ‘नाम रोशन करके लौटना।’ दिल्ली के राजेंद्र नगर और मुखर्जी नगर की गलियों में रहकर उन्होंने UPSC की कड़ी तैयारी की। तीन बार प्रयास किया, जिसमें एक बार इंटरव्यू तक पहुंचे, लेकिन 5 अंक से चूक गए।
UPSC की नाकामी बनी नई शुरुआत
UPSC में सफलता नहीं मिलने के बाद विवेक ने हार नहीं मानी। उन्होंने BPSC की तैयारी शुरू की और दो बार एग्जाम दिया। पहली बार RO पद के लिए चयन हुआ और दूसरी बार 64वीं BPSC में DSP के पद पर उनका चयन हो गया। रैंक थी 104।
पुलिस सेवा का बचपन का सपना
पिता जी एडवोकेट थे और अकसर पुलिस अधिकारियों की मिसाल देते थे। इसी से विवेक के मन में पुलिस सेवा में जाने की प्रेरणा जगी। RO बनने के बाद भी उन्होंने पुलिस सेवा के लिए दोबारा प्रयास किया और आखिरकार DSP बनकर पिता का सपना पूरा किया।
पिता के निधन ने तोड़ा, लेकिन नहीं रुके
तैयारी के दौरान 2014 में पिता का निधन हो गया। परिवार की जिम्मेदारी विवेक पर आ गई। उस दौर को याद करते हुए विवेक बताते हैं कि पिता ही उनके मोटिवेशन थे। उनके गुजरने के बाद जैसे प्रेरणा ही खत्म हो गई थी। लेकिन धीरे-धीरे खुद को संभाला और पिता की इच्छा को ही अपना लक्ष्य बना लिया।
BPSC मेन्स की तैयारी के लिए खास टिप्स
विवेक मानते हैं कि अगर प्री की तैयारी अच्छे से कर ली जाए तो मेन्स में बहुत मदद मिलती है। करेंट अफेयर्स, इकोनॉमी, जियोपॉलिटिक्स जैसे विषयों को इंटरलिंक्ड और होलिस्टिक अप्रोच के साथ पढ़ना चाहिए।
निबंध की तैयारी में ChatGPT और GeminiAI जैसे टूल्स का भी सहारा लिया जा सकता है।
आंसर राइटिंग में दिखाएं संतुलित सोच
विवेक एक उदाहरण देते हुए बताते हैं कि अगर ऑफिस में स्टाफ के खिलाफ रिश्वत लेने की शिकायत आए, तो तुरंत कठोर कार्रवाई करने की बजाय पहले तथ्यों की पड़ताल करनी चाहिए। फीडबैक लेकर, साक्ष्य जुटाकर ही कोई निर्णय लेना जिम्मेदार अफसर की पहचान है।
ऐसा आंसर लिखना चाहिए जिसमें संवेदनशीलता, नियमों का पालन और न्यायसंगत निर्णय नजर आए।
ताजा हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ सबसे पहले पढ़ें पैग़ाम वाला पर। हमारी विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट पर आपको मिलेंगी बॉलीवुड, लाइफस्टाइल, राज्य और खेल से जुड़ी अहम ख़बरें। पैग़ाम वाला पर हर पल की अपडेट्स और प्रमुख घटनाओं की विस्तृत जानकारी पाएं।
‘पैग़ाम वाला’ जैसी स्वतंत्र पत्रकारिता को आपके समर्थन की ज़रूरत है। हम किसी भी कॉर्पोरेट या राजनीतिक दबाव से मुक्त होकर काम करते हैं, और हमारी रिपोर्टिंग पूरी तरह से हमारे पाठकों के सहयोग पर निर्भर है। आपका छोटा सा योगदान भी हमें सच आप तक पहुँचाने में मदद करेगा।