ऑनलाइन फ्रॉड का नया जाल: डेटिंग और 'गूगल रिव्यू' के नाम पर लाखों की ठगी, कहीं आप तो नहीं अगले शिकार?
सारांश
डिजिटल इंडिया की राह पर तेजी से दौड़ते भारत में ऑनलाइन फ्रॉड के मामले भी चिंताजनक रूप से बढ़ रहे हैं। शातिर साइबर अपराधी हर दिन नए-नए तरीकों से लोगों को अपनी ठगी का शिकार बना रहे हैं। हाल ही में सामने आए कुछ मामले दिल दहला देने वाले हैं, जो दिखाते है

डिजिटल इंडिया की राह पर तेजी से दौड़ते भारत में ऑनलाइन फ्रॉड के मामले भी चिंताजनक रूप से बढ़ रहे हैं। शातिर साइबर अपराधी हर दिन नए-नए तरीकों से लोगों को अपनी ठगी का शिकार बना रहे हैं। हाल ही में सामने आए कुछ मामले दिल दहला देने वाले हैं, जो दिखाते हैं कि कैसे ये ठग आम लोगों की भावनाओं और पैसे की जरूरत का फायदा उठाते हैं।
केस 1: प्यार के जाल में फंसाकर 22 लाख की ठगी और ब्लैकमेलिंग
एक चौंकाने वाले मामले में, एक व्यक्ति को डेटिंग साइट के माध्यम से "मिकी" नामक एक युवती (जिसका असली नाम दियाश्री देबनाथ बताया जा रहा है, संपर्क नंबर 6289181955) ने अपने जाल में फंसाया। पीड़ित के अनुसार, पहले चैट और मैसेज के जरिये दोस्ती बढ़ाई गई, फिर भावनात्मक रूप से ब्लैकमेल कर और निजी जानकारी सार्वजनिक करने की धमकी देकर उससे धीरे-धीरे लगभग 22 लाख रुपये ऐंठ लिए गए। यह सिलसिला 2022 से 2023 तक चलता रहा।
जब पीड़ित ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, तो पता चला कि यह एक संगठित गिरोह है जो भोले-भाले लोगों को निशाना बनाता है। इस गिरोह में अदिति दास (संपर्क नंबर 7439145667), बोनी सेन गुप्ता (संपर्क नंबर 9836833918) और सुजेन कोलकाता जैसे अन्य सदस्य भी शामिल बताए जा रहे हैं। ये लोग प्यार का नाटक रचकर, ब्लैकमेल करके और धोखाधड़ी से पैसे लूट रहे हैं।
केस 2: 'गूगल मैप रिव्यू' जॉब फ्रॉड - आसान कमाई का लालच पड़ा भारी
एक अन्य प्रकार की ठगी में, लोगों को "गूगल मैप रिव्यू" जैसे आसान काम के लिए संपर्क किया जाता है। शुरुआत में, विश्वास जीतने के लिए ठग पीड़ित को छोटा सा काम देकर ₹200 जैसी मामूली रकम भेजते हैं। इसके बाद, वे पीड़ित को ₹1,000 निवेश करने के लिए कहते हैं और बदले में ₹1,410 लौटाते हैं, जिससे पीड़ित को और भरोसा हो जाता है।
फिर कहानी बदल जाती है। पीड़ित से ₹3,000 निवेश करवाए जाते हैं, और जब वह पैसे निकालने की कोशिश करता है, तो उसे बताया जाता है कि पहले ₹15,600 और फिर ₹41,000 का अतिरिक्त निवेश करना होगा। जब पीड़ित और पैसे लगाने से इनकार करता है, तो उसके पहले के निवेश किए गए पैसे भी हड़प लिए जाते हैं। इस मामले में पीड़ित ने कुल ₹18,600 गंवा दिए और साइबर क्राइम में शिकायत भी दर्ज कराई, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
कैसे बचें ऐसे स्कैम से? – आपकी जागरूकता ही आपका बचाव है!
अनजान लोगों पर भरोसा न करें: डेटिंग साइट्स या सोशल मीडिया पर मिलने वाले अनजान लोगों से वित्तीय लेनदेन या अत्यधिक व्यक्तिगत जानकारी साझा करने से बचें। शुरुआती छोटे मुनाफे के लालच में न पड़ें: कई स्कैमर्स शुरुआत में छोटा-मोटा फायदा देकर आपका विश्वास जीतते हैं, ताकि बाद में बड़ी रकम ठग सकें। नौकरी के ऑफर को वेरिफाई करें: किसी भी जॉब ऑफर, खासकर जो घर बैठे आसान कमाई का वादा करे, उसे अच्छी तरह जांच-परख लें। कंपनी की प्रामाणिकता की जांच करें। किसी भी प्रकार का एडवांस पेमेंट न करें: वैध कंपनियां नौकरी देने या काम करवाने के लिए एडवांस पैसे नहीं मांगतीं। OTP और व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें: अपना OTP, पासवर्ड, बैंक खाता विवरण जैसी संवेदनशील जानकारी किसी के साथ साझा न करें। ब्लैकमेलिंग के आगे न झुकें: यदि कोई आपको ब्लैकमेल करने की कोशिश करता है, तो डरें नहीं। तुरंत पुलिस या साइबर क्राइम सेल (cybercrime.gov.in) में शिकायत दर्ज कराएं। संदेह होने पर तुरंत रिपोर्ट करें: यदि आपको कोई भी ऑनलाइन गतिविधि संदिग्ध लगे, तो उसकी सूचना तुरंत अधिकारियों को दें।
साइबर अपराधी लगातार अपने तरीके बदल रहे हैं। इसलिए, यह बेहद जरूरी है कि आप सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध ऑनलाइन गतिविधि के प्रति जागरूक रहें। आपकी थोड़ी सी सावधानी आपको बड़े आर्थिक और मानसिक नुकसान से बचा सकती है।
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